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लाल किताब में बृहस्पति


लाल किताब में सभी ग्रहों के अत्यन्त सूक्ष्म से सूक्ष्म वर्णन दिए गए हैं। 
जो सम्पूर्ण ग्रन्थ में अलग-अलग स्थानों पर प्रस्तुत है। 
पाठकों की सुविधा के लिए सभी ग्रहों के संक्षिप्त 
वर्णन प्रस्तुत किए जा रहे हैं।

मालिक ग्रह— खाना नं- 9, 12

उच्च ग्रह— खाना नं- 4

नीच ग्रह— खाना नं- 10

पक्का घर— खाना नं- 2, 5, 9, 11

भाग्य कारक— खाना नं- 9, 11

ग्रह फल— खाना नं- 5, 9, 11

राशि फल— खाना नं- 6, 7

उम्दा घर— खाना नं- 2, 5, 8, 9, 12

मंदा घर— खाना नं- 6, 7, 10

दुश्मन ग्रह— शुक्र, बुध

दोस्त ग्रह— सूर्य, मंगल, चन्द्र

बराबर  के  ग्रह— राहु, केतु, शनि

रंग— पीला

बनावटी ग्रह— सूर्य, शुक्र

दिन— 32 दिन

आयु के वर्ष— 75 वर्ष

आम वर्ष— 16 वर्ष  (1, 2, 4, 8, 12, 16, 32, 64 वर्ष)

महादशा वर्ष— 16 वर्ष

35 वर्ष चक्र में वर्ष— 6 वर्ष

समय— सूर्योदय से सुबह 8 बजे तक

पेशा— पूजा-पाठ, सुनार, ब्राह्मण, सोने का काम, पुजारी

बीमारी— सांस की बीमारी

धातु— सोना, पुखराज

शरीर के अंग— गर्दन,

चेहरे के अंग— नाक

पशु— शेर बब्बर या शेरनी

वृक्ष— पीपल

अनाज— चने की दाल, हल्दी,

वार— गुरुवार

रिश्तेदार— बाप, दादा

तत्त्व— आकाशा 

लिंग— नर

पूजन— हरि-वंश पुराण

दान— चना दाल, सोना

देवता— ब्रह्मा

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